
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए एक अहम पहल है, जो प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसल नुकसान होने पर वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है।
प्राकृतिक जोखिमों जैसे सूखा, बाढ़, तूफान, कीट और रोगों के कारण खेती में अक्सर भारी नुकसान होता है, जिससे किसान आर्थिक संकट का सामना करते हैं।
इस योजना के माध्यम से सरकार किसानों को मुआवजा देकर उनके जीवन को स्थिर रखने और खेती जारी रखने में मदद करती है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की हाल की प्रगति
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत, 2024-25 के रबी सत्र के लिए 35 लाख से अधिक किसानों को ₹3,900 करोड़ का बीमा दावा सीधे डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक खातों में भेजा गया है।
यह राशि किसानों को उनकी फसल के नुकसानों के आधार पर दी गई है। राजस्थान के झुंझुनू में केंद्रीय कृषि मंत्री ने एक विशेष कार्यक्रम में योजना के तहत ₹1,200 करोड़ से अधिक की राशि 27 लाख किसानों को प्रदान की।
इसका उद्देश्य किसानों को समय पर राहत देकर उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत करना है।
योजना का महत्व
यह कृषि बीमा योजना प्राकृतिक आपदाओं से किसान को सुरक्षा प्रदान करती है। सूखा, बाढ़, तूफान, कीट और रोग जैसे परिस्थितियों में फसल नुकसान होने पर किसान पूरी तरह टूटते नहीं हैं।
इस योजना की विशेषता यह है कि यह सभी प्रकार की फसलों जैसे अनाज, तिलहन, वाणिज्यिक फसलों और बागवानी पर लागू होती है। साथ ही, लोन लेने वाले और गैर-लोन लेने वाले सभी किसान इसका लाभ ले सकते हैं।
बीमा दावा और प्रीमियम दरें
योजना के तहत बीमा दावा राशि किसान की बीमा राशि और नुकसान के प्रतिशत पर निर्भर करता है। खरीफ फसलों के लिए प्रीमियम दर 2%,
रबी फसलों के लिए 1.5%, और बागवानी व वाणिज्यिक फसलों के लिए 5% निर्धारित है। सरकार किसानों को प्रीमियम पर सब्सिडी देकर इसे किफायती बनाती है।
आवेदन प्रक्रिया
किसान इस योजना का लाभ स्थानीय कृषि विभाग, कॉमन सर्विस सेंटर या पीएम फसल बीमा योजना पोर्टल पर जाकर ले सकते हैं।
आवेदन के लिए आधार कार्ड, जमीन का स्वामित्व प्रमाण, बैंक खाता विवरण और किसान क्रेडिट कार्ड जैसे दस्तावेज जरूरी होते हैं।
फसल बुवाई की अंतिम तिथि के आसपास आवेदन किया जा सकता है। नुकसान होने पर किसान को 72 घंटे के भीतर दावा दर्ज करना होता है, जिसे जिला स्तर पर जांच कर मंजूर किया जाता है।
योजना की मुख्य विशेषताएं
- किसानों को प्राकृतिक आपदाओं और अन्य जोखिमों से आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है।
- बीमा राशि डीबीटी माध्यम से सीधे खाते में भेजी जाती है।
- सभी प्रकार की फसलों और किसानों के लिए उपलब्ध।
- सरकार द्वारा प्रीमियम पर बड़ी सब्सिडी दी जाती है।
- आवेदन प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना भारतीय कृषि क्षेत्र में स्थिरता और विकास लाने वाली एक महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना न सिर्फ किसानों को आर्थिक सुरक्षा देती है बल्कि उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने में भी योगदान करती है।
किसानों को समय पर आवेदन कर इसका अधिकतम लाभ उठाना चाहिए ताकि वे विपरीत परिस्थितियों में भी आत्मनिर्भर बने रहें और खेती जारी रख सकें।
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